टिफोला डेस्क
बारहों महीने और सस्ता मिलने की वजह से बहुत से लोग आलू को महत्व नहीं देते। उनकी नजर में आलू गई गुजरी चीज है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। आलू सुपरफूड की केटेगरी में आता है। इसीलिए तो इसे "गरीब का सेब" कहा जाता है। एकदम सस्ता, स्वादिष्ट, और पौष्टिकता से भरपूर । लेकिन, लेकिन, लेकिन ..... आलू के साथ भी एक परेशानी है की हर कोई इसे नहीं खा सकता। कुछ बीमारियों में आलू जहर का काम करता है। ऐसा सिर्फ आलू के साथ नहीं है। ऐसी बहुत सी हेल्दी चीजे हैं जो किसी ना किसी बीमारी में खाने के लिए वर्जित होती हैं। हाँ, ये जरूर है कि सस्ता और सुलभ होने की वजह से आलू को बदनाम कर रखा है। तो चलिए जानते हैं की किन लोगों को आलू नहीं खाना चाहिए।
आपको बता दें डॉक्टरों और nutritionists की सलाह के मुताबिक, छह स्थितियों में आलू का सेवन नहीं करना चाहिए। आलू सुपरफूड है, पर सबके लिए नहीं। डायबिटीज, किडनी, गाउट, IBS, थायरॉइड या एलर्जी है तो बिना डॉक्टर के सलाह के आलू का सेवन ना करे।
डायबिटीज (Type 1 & 2)
डायबिटीज के मरीजों को आलू का सेवन नहीं करना चाहिए। इसे सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। हाँ डॉक्टर के सलाह पर आप उबला आलू सीमित मात्रा में खा सकते हैं। वो भी रोज नहीं बल्कि सप्ताह में।
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किडनी (CKD, डायलिसिस)
किडनी के मरीजों को भी आलू से दूरी बनाने की सलाह दी जाती है। चूंकि आलू में पोटेशियम पायी जाती है और किडनी इसे फ़िल्टर नहीं कर पाती। आलू खाने से हाइपरकलेमिया रिस्क बढ़ जाता है। हाइपरकलेमिया रिस्क मतलब हार्ट अटैक। इसलिए डॉक्टर आलू की जगह कम पोटेशियम वाली सब्जी गोभी, लौकी खाने की सलाह देते हैं।
3. हाई यूरिक एसिड
जिसका यूरिक एसिड हाई हो उसे भी आलू का सेवन नहीं करना चाहिए। चूंकि आलू में प्यूरीन पाया जाता है जो यूरिक एसिड को बढ़ाता है। यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ो में दर्द बढ़ सकता है।
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4. IBS/एसिडिटी/गैस के मरीज
जिन्हें बहुत एसिडिटी, गैस, अपच या IBS है, उन्हें आलू खाने से बचना चाहिए, खासकर तला हुआ, मसालेदार या रात का बचा हुआ आलू। दरअसल आलू में पाए जाने वाला स्टार्च पेट में गैस बनाता है। आलू के सेवन से एसिड रिफ्लक्स बढ़ता है। IBS के मरीजों में तो आलू खाने की वजह से FODMAP हाई हो जाता है जिससे डायरिया/कब्ज ट्रिगर कर जाता है।
5.थायरॉइड (हाइपोथायरॉइडिज्म)
थायरॉइड के मरीजों को भी डॉक्टर आलू से परहेज करने की सलाह देते हैं। थायरॉइड खासकर हाइपोथायरॉइडिज्म के पेशेंट्स के लिए आलू खतरनाक हो सकता है। गोइट्रोजेनिक (goitrogenic) तत्व के कारण यह थायरॉइड हॉर्मोन को ब्लॉक करता है।
6.एलर्जी/सोलानिन पॉइजनिंग
आलू में सोलानिन और एलर्जी ट्रिगर होते हैं, जो एलर्जी या सोलानिन पॉइजनिंग वाले मरीजों के लिए जानलेवा हो सकते। सोलानिन प्राकृतिक जहर होता है। ये हरे आलू, और अंकुरित आलू की त्वचा में पाया जाता है।
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निष्कर्ष
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